"संकट में वन्यजीव"
' वन्यजीवों पर गहराता संकट' शीर्षक से पिछले दिनों जनसत्ता अखबार में प्रकाशित लेख में ,तेजी से हो रहे विकास कार्यों से पर्यावरण व जीवो के बढ़ते असहजता की तरफ ध्यान आकर्षित किया गया है और कुछ स्थाई विकल्प खोजने पर जोर दिया गया है, क्योंकि जलवायु परिवर्तन की प्रक्रिया वन्यजीवों के वास को सबसे पहले प्रभावित करती है साथ ही जंगलों में लगने वाली आग वन्य जीवों के साथ-साथ पर्यावरण को भी चरम सीमा तक प्रभावित करती है ,हालांकि भारत में केंद्र व राज्य सरकारी मिलकर इस दिशा में कार्य कर रही हैं जिससे कि वन्य जीवों की अधिक से अधिक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके लेकिन इसके लिए सभी संबंधित निकायों को मिलकर काम करना होगा।
0 Comments